नहीं होना मुझे नहीं आया
डूब कर मरने की तमन्ना थी
कोई कतरा मगर नहीं पाया
मैंने इन्सान होना चाहा तो
जीना मरना मुझे नहीं आया
तेरी दुनिया है बहुत दूर की बात
साथ रहता नहीं मेरा साया
मेरे दिल में तू कहाँ रहता है
मैनें ढूँढा बहुत, नहीं पाया
मेरा महबूब इस जहाँ का नहीं
तो खुदा मुझको यहाँ क्यों लाया
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